
मुंबई.हर कलाकार के लिए उसकी पहली फिल्म बहुत मायने रखती है। क्योंकि एक तो काफी मेहनत के बाद उसे वह मिलती है और दूसरा उसी पर उसका करियर टिका होता है। लेकिन अगर ऐसे में पहली ही फिल्म बॉक्स ऑफिस पर पिट जाए तो सोचिए, उस कलाकार पर क्या बीतती होगी। वैसे एक सच्चाई ये भी है कि बॉलीवुड के कई सुपरस्टार्स की पहली फिल्म फ्लॉप रही हैं। उसके बाद ही उनके करियर को एक नई दिशा मिली। इसी सिलसिले में हमने बॉलीवुड के कुछ स्टार्स से उनकी पहली फ्लॉप फिल्म को लेकर बातचीत की।
करीना कपूर
"पहली फिल्म की सफलता मेरे लिए बहुत मायने रखती थी। एक तो मैं कपूर खानदान की बेटी थी उस पर मेरी बहन करिश्मा कपूर उस वक्त टॉप हीरोइन में थीं। ऐसे में जब मैंने अपनी पहली फिल्म जेपी दत्ता की रिफ्यूजी से डेब्यू किया तो हर किसी की आंखें मुझ पर ही थीं। जब रिफ्यूजी रिलीज हुई तो मैं बेहद एक्साइटेड थी लेकिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई। उसके बाद मेरी दूसरी फिल्म 'मुझे कुछ कहना है' अच्छी चली। फर्स्ट फिल्म की असफलता के बावजूद मुझे इस बात का यकीन हो गया था कि दर्शकों ने भले ही मेरी पहली फिल्म को नकार दिया है लेकिन मेरे काम को पसंद किया है।"
"पहली फिल्म की सफलता मेरे लिए बहुत मायने रखती थी। एक तो मैं कपूर खानदान की बेटी थी उस पर मेरी बहन करिश्मा कपूर उस वक्त टॉप हीरोइन में थीं। ऐसे में जब मैंने अपनी पहली फिल्म जेपी दत्ता की रिफ्यूजी से डेब्यू किया तो हर किसी की आंखें मुझ पर ही थीं। जब रिफ्यूजी रिलीज हुई तो मैं बेहद एक्साइटेड थी लेकिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई। उसके बाद मेरी दूसरी फिल्म 'मुझे कुछ कहना है' अच्छी चली। फर्स्ट फिल्म की असफलता के बावजूद मुझे इस बात का यकीन हो गया था कि दर्शकों ने भले ही मेरी पहली फिल्म को नकार दिया है लेकिन मेरे काम को पसंद किया है।"
सलमान खान
"मैं तो जब अपनी पहली फिल्म 'बीबी हो तो ऐसी' के बारे में सोचता भी हूं तो मुझे बहुत शर्म आती है। मैंने उसमें इतना खराब काम किया था कि मैं चाहता हूं कि वो फिल्म लोग ना ही देखें तो अच्छा है। मुझे खुद अपनी पहली फिल्म अच्छी नहीं लगी, तो मैं दूसरों के लिए क्या कहूं। फिर मैंने अगली फिल्म सूरज बड़जात्या कि 'मैंने प्यार किया' में काम किया। मेरी ये दूसरी फिल्म इतनी ज्यादा सुपरहिट रही कि मेरी पहली फिल्म के फ्लॉप होने का दुख दूर हो गया।"
"मैं तो जब अपनी पहली फिल्म 'बीबी हो तो ऐसी' के बारे में सोचता भी हूं तो मुझे बहुत शर्म आती है। मैंने उसमें इतना खराब काम किया था कि मैं चाहता हूं कि वो फिल्म लोग ना ही देखें तो अच्छा है। मुझे खुद अपनी पहली फिल्म अच्छी नहीं लगी, तो मैं दूसरों के लिए क्या कहूं। फिर मैंने अगली फिल्म सूरज बड़जात्या कि 'मैंने प्यार किया' में काम किया। मेरी ये दूसरी फिल्म इतनी ज्यादा सुपरहिट रही कि मेरी पहली फिल्म के फ्लॉप होने का दुख दूर हो गया।"

कैटरीना कैफ
"मेरा हिन्दी फिल्मों में काम करने का कोई इरादा नहीं था। मैं मुंबई मॉडलिंग के लिए आई थी। उसके बाद जब मुझे 'बूम' मे काम करने का मौका मिला तो मैंने सोचा हिन्दी फिल्मों में भी भाग्य आजमाया जाए। जब मैं लंदन में थी तो हिंदी फिल्में यूट्यूब में देखती थी। मैं बूम में काम करने को लेकर एक्साइटेड थी। लेकिन जब यह फ्लॉप हो गई तो मुझे निराशा भी हुई। हालांकि, मैंने सोचा अब फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बना कर ही दम लूंगी। उसके बाद मैंने हिंदी सीखना शुरू की। मेरी फिल्में 'मैंने प्यार क्यूं किया' और 'नमस्ते लंदन' हिट हो गई और मेरी एक्टिंग की गाड़ी चल निकली।"

सोनम कपूर
"मुझे अपनी पहली फ्लॉप फिल्म 'सांवरिया' से बहुत निराशा हुई थी क्योंकि इसके लिए मैंने खास तौर पर अपना वजन 30 किलो कम किया था। अपनी पहली फिल्म से मुझे इतनी उम्मीदें थीं कि मैं इसकी रिलीज को लेकर बेहद एक्साइटेड थी लेकिन जब मेरी पहली फिल्म सांवरिया फ्लॉप हो गई तो मुझे बहुत दुख हुआ। उस दौरान मेरे परिवार ने मेरा उत्साह बढ़ाया और एक्टिंग में आगे बढ़ने के लिए मोटिवेट किया। आज मुझे क्रिटिक्स से भी प्रशंसा मिलती है, जो मेरे लिए बहुत मायने रखती है।

श्रद्धा कपूर
"मेरी पहली फिल्म 'तीन पत्ती' थी। ये फिल्म कब आई कब गई पता ही नहीं चला। फर्स्ट फिल्म होने के नाते मेरे लिए ये खास फिल्म थी। लेकिन इसका बॉक्स आफिस पर ऐसा हश्र होगा, मैंने सोचा नहीं था। उसके बाद मेरी दूसरी फिल्म 'लव का दी एंड' रिलीज हुई। उसको भी सफलता नहीं मिली। उस दौरान मैं काफी निराश हो गई थी। मुझे डिप्रेशन होने लगा था। सच कहूं तो कुछ समय के लिए खुद से ही विश्वास उठ गया था। लग रहा था कहीं मैंने एक्टिंग करियर अपनाकर गलती तो नहीं कर दी। लेकिन फाइनली जब 2013 में मेरी तीसरी फिल्म 'आशिकी 2' अच्छी चली तो मैंने राहत की सांस ली। उसके बाद मुझे बेहतरीन फिल्में मिलने लगीं।

माधुरी दीक्षित
"मैंने करियर की शुरुआत में कई फ्लॉप फिल्में दीं। मुझे हमेशा से इस बात का विश्वास था कि एक ना एक दिन मेरे सितारे जरूर चमकेगें। मेरी पहली फिल्म 1984 में रिलीज हुई थी जो अच्छी नहीं चली थी। उसके बाद भी दो साल तक मेरी फिल्में कोई कमाल नहीं दिखा पाईं। 1988 में तेजाब के बाद मेरे करियर में उठाव आया और इस फिल्म से मुझे गहरी सफलता मिली। चूंकि मैं मध्यम वर्ग से आई थी और मेरा कोई फिल्मी बैकग्राउंड भी नहीं था इसलिए मुझे अपने आप को स्थापित करने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा।"
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