कोलकाता. फेसबुक ने जाने-माने बंगाली कवि और फिल्म फेयर अवॉर्ड विनर श्रीजातो बंद्योपाध्याय की विवादित कविता को डिलीट कर दिया है। 'अभिशाप' टाइटल से लिखी गई इस कविता के शब्दों को लेकर विरोध हो रहा था। कवि पर कविता के जरिए हिंदू धर्म के प्रतीक चिह्न त्रिशूल और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का अपमान करने का आरोप लगा था। कहा जा रहा है कि फेसबुक अथॉरिटीज ने इसे हेट स्पीच मानकर यह कदम उठाया है। हालांकि वेस्ट बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कवि और उसकी कविता का सपोर्ट किया था। 1300 लोगों ने कविता पर जताया था एतराज...
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक श्रीजातो बंद्योपाध्याय (42) ने शनिवार को एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा, "फेसबुक ने मेरी कविता को पिछली रात (शुक्रवार रात) डिलीट कर दिया, क्योंकि उस पर 1300 लोगों ने एतराज जताया था, ज्यादातर कमेंट्स तो बेहद अशिष्ट (distasteful) थे।"
- श्रीजातो 2014 में सॉन्ग Balir Shohor (फिल्म- Mishawr Rawhoshyo) के लिए बेस्ट लिरिसिस्ट का फिल्म फेयर अवॉर्ड जीत चुके हैं। उन्हें 2004 में अपनी बुक Udanta Sawb Joker के लिए आनंद पुरस्कार भी मिल चुका है।
- श्रीजातो 2014 में सॉन्ग Balir Shohor (फिल्म- Mishawr Rawhoshyo) के लिए बेस्ट लिरिसिस्ट का फिल्म फेयर अवॉर्ड जीत चुके हैं। उन्हें 2004 में अपनी बुक Udanta Sawb Joker के लिए आनंद पुरस्कार भी मिल चुका है।
19 मार्च को पोस्ट की थी कविता
- कविता को लेकर विवाद 19 मार्च को शुरू हुआ था। उसी दिन योगी आदित्यनाथ ने यूपी के सीएम पद की शपथ ली थी। उसके बाद ही श्रीजातो ने 12 लाइन की कविता अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट की थी।
श्रीजातो के खिलाफ दर्ज हुई थी FIR
- सिलीगुड़ी के रहने वाले एक स्टूडेंट और हिंदू राइट्स ग्रुप 'हिन्दू समहति' के मेंबर अर्नब सरकार (20) ने 21 मार्च को वहीं के साइबर पुलिस स्टेशन में श्रीजातो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। अर्नब ने श्रीजातो पर हिंदुओं की भावनाओं का अपमान करने का आरोप लगाया था।
- अर्नब ने कहा था, "हिंदू कम्युनिटी के खिलाफ अशिष्ट शब्दों का इस्तेमाल करके श्रीजातो ने सभी हिन्दुओं की भावनाओं को आहत किया है। मुझे कविता की आखिरी लाइन पर कड़ा एतराज है जिसमें उन्होंने त्रिशूल और योगी आदित्यनाथ को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की है।"
- पुलिस ने IT एक्ट के नॉन-बेलेबल सेक्शन 295A के तहत श्रीजातो के खिलाफ केस दर्ज किया था। इस सेक्शन में मैक्सिमम 3 साल की जेल या जुर्माने का प्रॉविजन है।
- सिलीगुड़ी के रहने वाले एक स्टूडेंट और हिंदू राइट्स ग्रुप 'हिन्दू समहति' के मेंबर अर्नब सरकार (20) ने 21 मार्च को वहीं के साइबर पुलिस स्टेशन में श्रीजातो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। अर्नब ने श्रीजातो पर हिंदुओं की भावनाओं का अपमान करने का आरोप लगाया था।
- अर्नब ने कहा था, "हिंदू कम्युनिटी के खिलाफ अशिष्ट शब्दों का इस्तेमाल करके श्रीजातो ने सभी हिन्दुओं की भावनाओं को आहत किया है। मुझे कविता की आखिरी लाइन पर कड़ा एतराज है जिसमें उन्होंने त्रिशूल और योगी आदित्यनाथ को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की है।"
- पुलिस ने IT एक्ट के नॉन-बेलेबल सेक्शन 295A के तहत श्रीजातो के खिलाफ केस दर्ज किया था। इस सेक्शन में मैक्सिमम 3 साल की जेल या जुर्माने का प्रॉविजन है।
ममता भी कूद पड़ी थीं विवाद में
- फेसबुक पर आने के बाद से ही कविता को लेकर विवाद शुरू हो गया था। वेस्ट बंगाल में इस पर लोग 2 गुटों में बंट गए थे। हिंदू खेमा तो श्रीजातो से बेहद खफा था।
- हालांकि सीएम ममता बनर्जी श्रीजातो के सपोर्ट में आई थीं। उन्होंने एडमिनिस्ट्रेशन को कवि की सुरक्षा के लिए कदम उठाने का आदेश दिया था।
- बीजेपी के स्टेट प्रेसिडेंट दिलीप घोष अर्नब के सपोर्ट में आए थे। 'हिन्दू समहति' के प्रेसिडेंट तपन घोष ने कहा था कि अगर पुलिस कार्रवाई करने में असफल रहती है तो हम अदालत जाएंगे।
- फेसबुक पर आने के बाद से ही कविता को लेकर विवाद शुरू हो गया था। वेस्ट बंगाल में इस पर लोग 2 गुटों में बंट गए थे। हिंदू खेमा तो श्रीजातो से बेहद खफा था।
- हालांकि सीएम ममता बनर्जी श्रीजातो के सपोर्ट में आई थीं। उन्होंने एडमिनिस्ट्रेशन को कवि की सुरक्षा के लिए कदम उठाने का आदेश दिया था।
- बीजेपी के स्टेट प्रेसिडेंट दिलीप घोष अर्नब के सपोर्ट में आए थे। 'हिन्दू समहति' के प्रेसिडेंट तपन घोष ने कहा था कि अगर पुलिस कार्रवाई करने में असफल रहती है तो हम अदालत जाएंगे।
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