
शराब कारोबारी विजय माल्या को लंदन में गिरफ्तार किया गया. विजय माल्या को वेस्टमिंस्टर कोर्ट के आदेश के बाद गिरफ्तार किया गया था. हालांकि उसी कोर्ट ने बाद में उन्हें जमानत दे दी. माल्या पर इंडियन बैंकों से 9 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज लेने का आरोप है. माल्या को भारत सरकार ने भगोड़ा घोषित कर रखा है. माल्या अपनी रईसी और चमक-दमक वाली जिंदगी के लिए जाने जाते हैं. शराब उद्योग से पैसा बनाने और कई अन्य व्यवसायों में हाथ आजमाकार तेजी से उभरने वाले विजय माल्या आज अचानक बैड ब्वॉय के रूप में सबके सामने हैं. लिकर किंग के नाम से मशहूर विजय माल्या की कहानी पूरी तरह फिल्मी लगती है.
बैंकों के 'NPA' संकट के प्रतीक बने
शराब उद्योग से तेजी से पैसा बनाने वाले माल्या आज बैंक उद्योग के 'नन परफॉर्मिंग एसेट' संकट के प्रतीक बन गए हैं. विजय माल्या को 'किंग ऑफ गुड टाइम्स' कहा जाता था, लेकिन आज यह एक मजाक बन चुका है.
शराब उद्योग से तेजी से पैसा बनाने वाले माल्या आज बैंक उद्योग के 'नन परफॉर्मिंग एसेट' संकट के प्रतीक बन गए हैं. विजय माल्या को 'किंग ऑफ गुड टाइम्स' कहा जाता था, लेकिन आज यह एक मजाक बन चुका है.
शराब का कारोबार विरासत में मिला
पॉलिटिशियन, सहारा फोर्स इंडिया, रॉयल चैलेंजर्स, मैक्डोवेल, मोहन बगान, किंगफिशर और ईस्ट बंगाल के मालिक रहे विजय माल्या का जन्म 18 दिसंबर, 1955 को हुआ था. कोलकाता में पैदा हुए माल्या के पिता विठ्ठल माल्या भी देश के जाने-माने कारोबारी थे. उनकी माता का नाम ललिता रमैया है. माल्या को शराब का बिजनेस पिता विट्ठल माल्या से विरासत में मिला था. उन्होंने देश के प्रतिष्ठित मैनेजमेंट संस्थानों से लोगों को चुना और इस शराब उद्योग को एक कॉरपोरेट रूप दिया.
पॉलिटिशियन, सहारा फोर्स इंडिया, रॉयल चैलेंजर्स, मैक्डोवेल, मोहन बगान, किंगफिशर और ईस्ट बंगाल के मालिक रहे विजय माल्या का जन्म 18 दिसंबर, 1955 को हुआ था. कोलकाता में पैदा हुए माल्या के पिता विठ्ठल माल्या भी देश के जाने-माने कारोबारी थे. उनकी माता का नाम ललिता रमैया है. माल्या को शराब का बिजनेस पिता विट्ठल माल्या से विरासत में मिला था. उन्होंने देश के प्रतिष्ठित मैनेजमेंट संस्थानों से लोगों को चुना और इस शराब उद्योग को एक कॉरपोरेट रूप दिया.
छवि बदलने के लिए कई क्षेत्रों में कोशिश
जानकार बताते हैं कि विजय माल्या चाहते थे कि लोग उन्हें शराब के बड़े व्यवसायी नहीं, बल्कि एक उद्योगपति के रूप में जानें. क्योंकि भारत में शराब व्यवसाय को अच्छी नज़रों से नहीं देखा जाता. इसलिए शायद माल्या ने इंजीनियरिंग, उर्वरक, टेलीविज़न और चार्टर विमान सेवा की कंपनियों में पैसे लगाए.
जानकार बताते हैं कि विजय माल्या चाहते थे कि लोग उन्हें शराब के बड़े व्यवसायी नहीं, बल्कि एक उद्योगपति के रूप में जानें. क्योंकि भारत में शराब व्यवसाय को अच्छी नज़रों से नहीं देखा जाता. इसलिए शायद माल्या ने इंजीनियरिंग, उर्वरक, टेलीविज़न और चार्टर विमान सेवा की कंपनियों में पैसे लगाए.
एयरलाइंस पर खूब पैसे उड़ाए
माल्या ने जब किंगफिशर एयरलाइन शुरु किया तो खूब पैसे उड़ाए. किसी यात्री की उड़ान छूट जाने पर वे उसे उसके गंतव्य स्थान तक दूसरी एयरलाइन से भेजते थे. उन्होंने यह मान लिया कि लोग उनके फ्लाइंग फाइव स्टार होटल पर टूट पड़ेंगे. माल्या कहते- यात्रियों के लिए उन्होंने मंहगी विदेशी पत्र-पत्रिकाएं मंगवाई, पर शायद वे कभी गोदाम से बाहर निकल ही नही पाईं. कंपनी के मुनाफे पर इन बातों का बुरा असर पड़ना ही था.
माल्या ने जब किंगफिशर एयरलाइन शुरु किया तो खूब पैसे उड़ाए. किसी यात्री की उड़ान छूट जाने पर वे उसे उसके गंतव्य स्थान तक दूसरी एयरलाइन से भेजते थे. उन्होंने यह मान लिया कि लोग उनके फ्लाइंग फाइव स्टार होटल पर टूट पड़ेंगे. माल्या कहते- यात्रियों के लिए उन्होंने मंहगी विदेशी पत्र-पत्रिकाएं मंगवाई, पर शायद वे कभी गोदाम से बाहर निकल ही नही पाईं. कंपनी के मुनाफे पर इन बातों का बुरा असर पड़ना ही था.
झटके में फैसले लेने की आदत
बिजनेस में कुछ हटके फैसले लेने और एक झटके में नई कंपनियां खरीदने की आदत और कई बार तो बिना बही-खाते की जांच के ही फैसला लेने की वजह से माल्या लगातार संकट में फंसते रहे.
बिजनेस में कुछ हटके फैसले लेने और एक झटके में नई कंपनियां खरीदने की आदत और कई बार तो बिना बही-खाते की जांच के ही फैसला लेने की वजह से माल्या लगातार संकट में फंसते रहे.
फोन पर एयर डेकन की डील
किंगफिशर एयरलाइन को अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनी बनाने के लिए माल्या ने कैप्टेन गोपीनाथ की कंपनी एयर डेकन खरीदी थी. इस बारे में एक कहानी मशहूर है कि माल्या ने अपने यॉट से गोपीनाथ को फोन किया कि वो एयर डेकन खरीदना चाहते हैं. गोपीनाथ ने कहा, एक हजार करोड़ रुपये. माल्या ने एयर डेकन की बैलेंस शीट तक नहीं देखी और गोपीनाथ को डिमांड ड्राफ्ट भिजवा दिया.
किंगफिशर एयरलाइन को अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनी बनाने के लिए माल्या ने कैप्टेन गोपीनाथ की कंपनी एयर डेकन खरीदी थी. इस बारे में एक कहानी मशहूर है कि माल्या ने अपने यॉट से गोपीनाथ को फोन किया कि वो एयर डेकन खरीदना चाहते हैं. गोपीनाथ ने कहा, एक हजार करोड़ रुपये. माल्या ने एयर डेकन की बैलेंस शीट तक नहीं देखी और गोपीनाथ को डिमांड ड्राफ्ट भिजवा दिया.
ना कर्ज लिया ना ही डिफॉल्टर
माल्या ये कहते रहे हैं कि किंगफिशर एयरलाइंस, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स और एक मशहूर अंतरराष्ट्रीय विमानन सलाहकार से सलाह मशविरा के बाद शुरू की गई थी. अर्थव्यवस्था में उस समय उपजी स्थिति और सरकारी नीतियां कंपनी की बदहाली की वजहें रहीं. विजय माल्या ने एक बयान में कहा, 'व्यक्तिगत तौर पर मैंने कर्ज नहीं लिए हैं और न ही मैं डिफॉल्टर हूं .'
माल्या ये कहते रहे हैं कि किंगफिशर एयरलाइंस, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स और एक मशहूर अंतरराष्ट्रीय विमानन सलाहकार से सलाह मशविरा के बाद शुरू की गई थी. अर्थव्यवस्था में उस समय उपजी स्थिति और सरकारी नीतियां कंपनी की बदहाली की वजहें रहीं. विजय माल्या ने एक बयान में कहा, 'व्यक्तिगत तौर पर मैंने कर्ज नहीं लिए हैं और न ही मैं डिफॉल्टर हूं .'
लग्जरी लाइफ और रईसी जलन का कारण
आज माल्या की इमेज एक डिफॉल्टर के रूप में बन गई है. लिकर किंग के नाम से मशहूर विजय माल्या व्यापार से ज्यादा अपनी लग्जरी लाइफ, दौलत और शोहरत को लेकर चर्चा में रहते थे.
आज माल्या की इमेज एक डिफॉल्टर के रूप में बन गई है. लिकर किंग के नाम से मशहूर विजय माल्या व्यापार से ज्यादा अपनी लग्जरी लाइफ, दौलत और शोहरत को लेकर चर्चा में रहते थे.
9 हजार करोड़ के कर्ज के साथ फरार
विंटेज कार्स, याट्स, हॉर्स रेस के अलावा डिफरेंट लुक्स फॉलो करने के लिए फेमस माल्या पर 17 बैंकों का करीब 9 हजार करोड़ रुपये कर्ज है. वे ब्रिटेन भाग गए थे. कर्ज में डूबने के बावजूद माल्या के ऐशो आराम और पेज थ्री की पार्टीज में कोई कमी नहीं आई.
विंटेज कार्स, याट्स, हॉर्स रेस के अलावा डिफरेंट लुक्स फॉलो करने के लिए फेमस माल्या पर 17 बैंकों का करीब 9 हजार करोड़ रुपये कर्ज है. वे ब्रिटेन भाग गए थे. कर्ज में डूबने के बावजूद माल्या के ऐशो आराम और पेज थ्री की पार्टीज में कोई कमी नहीं आई.

लंदन में गिरफ्तार हुए भारतीय कारोबारी विजय माल्या को जमानत मिल गई है. माल्या को वेस्टमिंस्टर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जमानत मिल गई. बता दें कि विजय माल्या को भारत सरकार ने भगोड़ा घोषित कर रखा है. माल्या पर इंडियन बैंकों से 9 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज ना चुकाने का आरोप है.
इससे पहले 'आज तक' से स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने कहा था कि माल्या को भारत के अधिकारियों के अनुरोध पर गिरफ्तार किया गया हैै. माल्या को भारत-ब्रिटेन की बीच हुई संधि के तहत गिरफ्तार किया गया था. जमानत के बाद माल्या ने ट्वीट कर कहा कि भारतीय मीडिया ने बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया. माल्या ने 'आज तक' से कहा कि वो निर्दोष हैं. कोर्ट में पेशी को लेकर उन्होंने कहा कि सामान्य प्रत्यर्पण की प्रक्रिया थी, जिसे वो लड़ना जारी रखेंगे.
कैसे दिल्ली से लंदन भागा था माल्या, पकड़ने में फेल हो गई थी CBI...पढ़ें पूरा लेखा-जोखा
क्या है माल्या का मामला?
इससे पहले, ब्रिटेन की सरकार ने भारत के प्रत्यर्पण के आग्रह को जिला जज को भेज दिया था. यह माल्या को भारत लाने और उन पर मुकदमा चलाने की दृष्टि से पहला कदम था. माल्या की बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस पर बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज बकाया है.
इससे पहले, ब्रिटेन की सरकार ने भारत के प्रत्यर्पण के आग्रह को जिला जज को भेज दिया था. यह माल्या को भारत लाने और उन पर मुकदमा चलाने की दृष्टि से पहला कदम था. माल्या की बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस पर बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज बकाया है.
बैंकों का माल्या पर कितना बकाया?
(पैसा करोड़ रुपए में)
एसबीआई-1600
पीएनबी-800
आईडीबीआई-800
बैंक ऑफ इंडिया- 650
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया-430
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया-410
यूको बैंक- 320
कॉर्पोरेशन बैंक-310
स्टेट बैंक ऑफ मैसूर-150
इंडियन ओवरसीज बैंक-140
फेडरल बैंक- 90
पंजाब एंड सिंध बैंक-60
एक्सिस बैंक-50
(पैसा करोड़ रुपए में)
एसबीआई-1600
पीएनबी-800
आईडीबीआई-800
बैंक ऑफ इंडिया- 650
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया-430
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया-410
यूको बैंक- 320
कॉर्पोरेशन बैंक-310
स्टेट बैंक ऑफ मैसूर-150
इंडियन ओवरसीज बैंक-140
फेडरल बैंक- 90
पंजाब एंड सिंध बैंक-60
एक्सिस बैंक-50
इस कारण बिजनेस टायकून से 'किंग ऑफ बैड टाइम्स' बन गए माल्या
क्या भारत ला पाएगी मोदी सरकार?
माल्या की गिरफ्तारी के बाद से सबका ध्यान इस बात पर था कि क्या मोदी सरकार माल्या को भारत ला पाएगी. माल्या के देश छोड़ने के बाद विपक्ष ने मोदी सरकार पर करारा हमला बोला था. सरकार ने ऐलान किया था कि माल्या को वापस लाया जाएगा. इसके बाद ईडी औऱ सीबीआई समेत तमाम एजेंसियां माल्या को घेरने में जुट गई थीं. भारत ने ब्रिटेन से माल्या को लाने के लिए कूटनीतिक चैनल का भी इस्तेमाल किया और ब्रिटेिश सरकार को चिट्ठी भी लिखी थी. अब गिरफ्तारी के बाद सरकार सारी प्रक्रियाओं को पूरा कर माल्या को वापस लाने की कोशिश करेगी.
माल्या की गिरफ्तारी के बाद से सबका ध्यान इस बात पर था कि क्या मोदी सरकार माल्या को भारत ला पाएगी. माल्या के देश छोड़ने के बाद विपक्ष ने मोदी सरकार पर करारा हमला बोला था. सरकार ने ऐलान किया था कि माल्या को वापस लाया जाएगा. इसके बाद ईडी औऱ सीबीआई समेत तमाम एजेंसियां माल्या को घेरने में जुट गई थीं. भारत ने ब्रिटेन से माल्या को लाने के लिए कूटनीतिक चैनल का भी इस्तेमाल किया और ब्रिटेिश सरकार को चिट्ठी भी लिखी थी. अब गिरफ्तारी के बाद सरकार सारी प्रक्रियाओं को पूरा कर माल्या को वापस लाने की कोशिश करेगी.
10 बातों से समझें माल्या का मामला, फरारी से लेकर गिरफ्तारी तक की कहानी
मोदी सरकार ने कहा- किसी को नहीं बख्शा जाएगा
माल्या की लंदन में गिरप्तारी के बाद मोदी सरकार ने कहा है कि सरकार भ्रष्टाचार के मामले को लेकर सख्त है. वित्त राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा. सरकार अपनी ओर से पूरी कोशिश की जाएगी.
माल्या की लंदन में गिरप्तारी के बाद मोदी सरकार ने कहा है कि सरकार भ्रष्टाचार के मामले को लेकर सख्त है. वित्त राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा. सरकार अपनी ओर से पूरी कोशिश की जाएगी.
माल्या के बाद क्या अब ललित मोदी का नंबर? दोनों का केस एक जैसा
पिछले साल से हैं ब्रिटेन में माल्या पिछले साल दो मार्च को ब्रिटेन चले गए थे. जबकि इसके कुछ दिन बाद ही उच्चतम न्यायालय ने माल्या को अपने पासपोर्ट के साथ व्यक्तिगत रूप से 30 मार्च, 2016 को पेश होने को कहा था. भारत ने इस साल आठ फरवरी को औपचारिक तौर पर ब्रिटेन सरकार को भारत-ब्रिटेन प्रत्यर्पण संधि के तहत माल्या के प्रत्यर्पण का औपचारिक आग्रह किया था.
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