
कोल्हापुर. संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती के सेट पर कोल्हापुर में आग लगा दी गई है। इसके बाद फिल्म की शूटिंग रोक दी गई है। हंगामा मचाने वाले कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है। बता दें कि 27 जनवरी को जयपुर में इस फिल्म के विरोध में भंसाली के साथ करणी सेना के लोगों ने मारपीट की थी। कई गाड़ियों को तोड़ा गया...
- बताया जा रहा है कि देर रात करीब 40-50 लोग कोल्हापुर के मसाई पठार इलाके में पहुंचे और नारेबाजी करते हुए वहां खड़ी गाड़ियों में तोड़-फोड़ शुरू कर दी। सभी के हाथों में डंडे और पत्थर थे।
- बुधवार सुबह पुलिस से इसकी शिकायत की गई, इसके बाद कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
- कांग्रेस एमएलए जितेंद्र अव्हद ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है, "हम ऐसी घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। हम महाराष्ट्र सरकार से मांग करते हैं कि दोषियों पर जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई की जाए।"
क्या और क्यों है विवाद
- 27 जनवरी को जयपुर में फिल्म पद्मावती की शूटिंग के दौरान करणी सेना के प्रदर्शनकारियों ने संजय लीला भंसाली के साथ मारपीट और सेट पर तोड़-फोड़ की थी।
- उनका आरोप था कि भंसाली फिल्म में रानी पद्मिनी का गलत चित्रण कर रहे हैं। फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी के साथ पद्मिनी के रोमांटिक सीन फिल्माए जाने को लेकर विरोध चल रहा है।
- बता दें कि राजस्थान में रानी पद्मिनी को की वीरता के लिए जाना जाता है।
- विवाद की एक वजह यह भी है कि कई इतिहासकार पद्मिनी के होने को ही झुठला रहे हैं। उनकी नजर में यह सिर्फ एक फिक्शन कैरेक्टर था।
- विवाद की एक वजह यह भी है कि कई इतिहासकार पद्मिनी के होने को ही झुठला रहे हैं। उनकी नजर में यह सिर्फ एक फिक्शन कैरेक्टर था।
कौन थीं रानी पद्मावती?
- रानी पद्मावती को पद्मिनी के नाम से भी जाना जाता था। वो चित्तौड़गढ़ की रानी और राजा रतन सिंह की पत्नी थीं।
- कहा जाता है कि रानी पद्मावती बेहद खूबसूरत थीं। खिलजी वंश का शासक अलाउद्दीन खिलजी उन्हें पाना चाहता था।
- रानी को जब ये पता चला तो उन्होंने कई दूसरी राजपूत महिलाओं के साथ जौहर कर लिया।
- ऐसा माना जा रहा है कि बाजीराव मस्तानी की तरह इस फिल्म में भी खिलजी और पद्मावती को सेंटर में रखकर कहानी को बुना गया है।
- रानी पद्मावती को पद्मिनी के नाम से भी जाना जाता था। वो चित्तौड़गढ़ की रानी और राजा रतन सिंह की पत्नी थीं।
- कहा जाता है कि रानी पद्मावती बेहद खूबसूरत थीं। खिलजी वंश का शासक अलाउद्दीन खिलजी उन्हें पाना चाहता था।
- रानी को जब ये पता चला तो उन्होंने कई दूसरी राजपूत महिलाओं के साथ जौहर कर लिया।
- ऐसा माना जा रहा है कि बाजीराव मस्तानी की तरह इस फिल्म में भी खिलजी और पद्मावती को सेंटर में रखकर कहानी को बुना गया है।
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