लखनऊ.यूपी का सीएम अनाउंस होते ही योगी आदित्यनाथ ने राज्य के डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह को तलब किया। उन्होंने दोनों अफसरों को निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी उत्सव में किसी तरह का उपद्रव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस बीच, रविवार की सुबह योगी आदित्यनाथ ने शपथ ग्रहण समारोह स्थल यानी स्मृति उपवन का जायजा लिया। यहां भी कार्यकर्ताओं ने योगी-योगी के नारे लगाए। उधर, योगी की उत्तराखंड में सेटल्ड फैमिली उन्हें सीएम बनाए जाने पर भावुक गई।मुसलमानों से भेदभाव न करो...
- एक न्यूज चैनल से बातचीत में योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट ने कहा, ''आज मैं बहुत खुश हूं। मुझे अपने बेटे पर गर्व है। बच्चे अपनी इच्छा से ही काम करें तो वही ठीक है।''
- उन्होंने आगे बताया, ''महंत अवैद्यनाथ के लक्षण योगी में भी आ गए हैं। मैंने भी उसे समझाया कि सर्व सम्भाव रखो। अब तुम बड़े पद पर हो। किसी से बुरा व्यवहार न करो। मुसलमानों से भेदभाव न करो।''
योगी की मां-भाई हो गए भावुक
- वहीं, जब योगी की मां से सवाल किया गया कि आपका बेटा सीएम बन गया है, आपको कैसा लग रहा है ताे वे भावुक हो गईं। उन्होंने सिर्फ सिर हिलाकर कहा- अभी योगी से बात नहीं हुई है। उनका योगी से बहुत लगाव रहा है।
- वहीं, छोट भाई महेंद्र मोहन बिष्ट ने बताया, ''मैं काफी छोटा था। बचपन की बातें पूरी तरह से याद भी नहीं हैं। हां, जब होश संभाला तो वे महंत बन चुके थे। वे पहले से ही घर में कम रहे। हमारे अंदर भी डर की भावना रहती थी। मैं उनसे 14-15 साल छोटा हूं।''
- वहीं, इस सवाल पर कि पूरी फैमिली गोरखपुर या दिल्ली में क्यों नहीं सेटल हो गई, महेंद्र ने कहा, ''ऐसा होता तो शायद हमारा लोगों से जुड़ाव हो पाता। अगर यहां से सब पलायन कर जाएं तो फिर पहाड़ों में कौन रहेगा। उत्तराखंड बनाने का उद्देश्य ही यही था कि लोग यहां रहें। हमारी रिश्तेदारी गांव में ही है। पिता जी ने भी यही कहा कि हम यहीं रहेंगे। साधारण परिवार से यहां तक पहुंचना बड़ी बात है।''
- उधर, योगी से 2 साल बड़े उनके भाई मनेंद्र मोहन बिष्ट भी बात करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने कहा, ''मेरे उनसे अच्छे संबंध हैं। उन्होंने कभी नहीं बताया कि वे संत बनेंगे। हमें तो 6 महीने बाद इस बारे में पता चला। अभी चुनाव के दौरान भी योगी यहां आए थे। दो दिन रुके थे। वे गंभीर स्वभाव के हैं। हम भी उन्हें महाराज जी कहते हैं।''
सभी जिलों में लॉ एंड ऑर्डर को कंट्रोल में रखने का निर्देश
- जानकारी के मुताबिक, गवर्नर राम नाइक से मुलाकात के बाद योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी जावीद अहमद और प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पांडा को वीवीआईपी गेस्ट हाउस में बुलाया था।
- यहां मीटिंग में योगी से मिले निर्देश को सभी जिलों के सीनियर पुलिस सुपरिटेंडेंट्स को फॉरवर्ड करने का आदेश दिया गया कि वे अपने जिले में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर नजर रखें और उपद्रव किसी भी कीमत पर न होने दें।
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आने वाले दिनों में यूपी की अफसरशाही में बड़ा फेरबदल देखने को मिल सकता है।
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आने वाले दिनों में यूपी की अफसरशाही में बड़ा फेरबदल देखने को मिल सकता है।
आज होना है शपथ ग्रहण समारोह
- बता दें, रविवार को लखनऊ के स्मृति उपवन में 2.15 पर योगी आदित्यनाथ सीएम पद की शपथ लेंगे। वहीं, केशव मौर्य और दिनेश शर्मा डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे। इस दौरान पीएम मोदी और अमित शाह समेत पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद रहेंगे। समारोह में कई राज्यों के सीएम को भी बुलावा दिया गया है।
शनिवार को सरकार बनाने का पेश किया गया दावा
- सीएम के नाम के एलान के बाद बीजेपी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को गवर्नर राम नाइक से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया।
- गवर्नर ने उनसे कहा कि आप अपने प्रस्तावित मंत्रिमंडल के सहयोगियों को शपथ दिलाने के लिए उनकी लिस्ट पेश करें।
- योगी को सीएम अनाउंस किए जाने के बाद बीजेपी ने दावा किया कि योगी राज्य में विकास के एजेंडे पर चलेंगे।
- सीएम के नाम के एलान के बाद बीजेपी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को गवर्नर राम नाइक से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया।
- गवर्नर ने उनसे कहा कि आप अपने प्रस्तावित मंत्रिमंडल के सहयोगियों को शपथ दिलाने के लिए उनकी लिस्ट पेश करें।
- योगी को सीएम अनाउंस किए जाने के बाद बीजेपी ने दावा किया कि योगी राज्य में विकास के एजेंडे पर चलेंगे।
कांग्रेस ने बीजेपी के फैसले को बताया बड़ी चोट
- आदित्यनाथ को यूपी का सीएम चुने जाने के बाद कांग्रेस के सीनियर नेता वीरप्पा मोइली ने कहा, ''ये देश के पंथनिरपेक्ष ढांचे पर बड़ी चोट है। हो सकता है कि बीजेपी या आरएसएस अपने हिंदुत्ववादी एजेंडे को सामने लाना चाह रही हो, लेकिन भारत में केवल हिंदुत्व नहीं है और हिंदुत्व भारत नहीं है।''
- ''भारत जाति और धर्म के ऊपर ''वसुधैव कुटुंबकम्'' में विश्वास रखता है। हमारे धर्मनिरपेक्ष समाज की यह नींव है।''
- वहीं, कांग्रेस के स्पोक्सपर्सन रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''कांग्रेस यूपी में लोगों की तरफ से सरकार की निगरानी करती रहेगी और राज्य के विकास में संरचनात्मक भूमिका निभाएगी।''
- ''सीएम कौन होगा, इसका अधिकार जीते हुए दल का होता है। हालांकि, सीएम चुनने में देरी के कारण ही बीजेपी को डिप्टी सीएम का दो पद बनाना पड़ा। 300 विधायकों के बावजूद ऐसा करना चकित करता है।''
- ''मुझे उम्मीद है कि बीजेपी की सरकार अब अपने वादों को पूरा करेगी। अब किसानों के कर्ज माफ करेगी, बिजली बिल में कमी करेगी और यूपी के युवाओं के लिए नए नौकरियों का सृजन करेगी। राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देगी और सबका साथ सबका विकास के नारे के साथ आगे बढ़ेगी।''
- आदित्यनाथ को यूपी का सीएम चुने जाने के बाद कांग्रेस के सीनियर नेता वीरप्पा मोइली ने कहा, ''ये देश के पंथनिरपेक्ष ढांचे पर बड़ी चोट है। हो सकता है कि बीजेपी या आरएसएस अपने हिंदुत्ववादी एजेंडे को सामने लाना चाह रही हो, लेकिन भारत में केवल हिंदुत्व नहीं है और हिंदुत्व भारत नहीं है।''
- ''भारत जाति और धर्म के ऊपर ''वसुधैव कुटुंबकम्'' में विश्वास रखता है। हमारे धर्मनिरपेक्ष समाज की यह नींव है।''
- वहीं, कांग्रेस के स्पोक्सपर्सन रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''कांग्रेस यूपी में लोगों की तरफ से सरकार की निगरानी करती रहेगी और राज्य के विकास में संरचनात्मक भूमिका निभाएगी।''
- ''सीएम कौन होगा, इसका अधिकार जीते हुए दल का होता है। हालांकि, सीएम चुनने में देरी के कारण ही बीजेपी को डिप्टी सीएम का दो पद बनाना पड़ा। 300 विधायकों के बावजूद ऐसा करना चकित करता है।''
- ''मुझे उम्मीद है कि बीजेपी की सरकार अब अपने वादों को पूरा करेगी। अब किसानों के कर्ज माफ करेगी, बिजली बिल में कमी करेगी और यूपी के युवाओं के लिए नए नौकरियों का सृजन करेगी। राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देगी और सबका साथ सबका विकास के नारे के साथ आगे बढ़ेगी।''
सीपीएम ने कहा- आरएसएस का एजेंडा साफ हो गया
- वहीं, सीपीएम नेता वृंदा करात ने कहा, ''योगी के चयन से आरएसएस का एजेंडा स्पष्ट होता है, क्योंकि वह यूपी को हिंदुत्व परियोजना का केंद्र बनाना चाहता है।''
- वहीं, सीपीएम नेता वृंदा करात ने कहा, ''योगी के चयन से आरएसएस का एजेंडा स्पष्ट होता है, क्योंकि वह यूपी को हिंदुत्व परियोजना का केंद्र बनाना चाहता है।''
- ''विकास के बड़े-बड़े वादे गायब हो गए हैं। उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति को चुना है, जिसने नफरत फैलाने वाले भाषणों और सांप्रदायिक हिंसा के रास्ते पर चलकर पॉलिटिक्स में प्रवेश किया है।''
- ''एक ऐसा व्यक्ति जिसके खिलाफ ढेरों आपराधिक मामले चल रहे हैं, मुख्यमंत्री बनने जा रहा है। ये यूपी के लिए और पूरे देश के लिए दुखद है।"
- ''एक ऐसा व्यक्ति जिसके खिलाफ ढेरों आपराधिक मामले चल रहे हैं, मुख्यमंत्री बनने जा रहा है। ये यूपी के लिए और पूरे देश के लिए दुखद है।"
मुस्लिम धर्मगुरुओं ने क्या कहा?
- लखनऊ के मुस्लिम धर्मगुरु कल्बे जव्वाद ने कहा, ''मैं योगी आदित्यनाथ को यूपी का सीएम बनाए जाने के बीजेपी के फैसले का स्वागत करता हूं। उम्मीद है कि जिस तरह पीएम मोदी के विचारों और उनके काम करने के तरीकों बदलाव आया है, वही बदलाव योगी आदित्यनाथ भी अपने आप में लाएंगे।''
- ''वह अब एक धर्म विशेष के नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के लोगों के लीडर हैं। सपा सरकार में करप्शन ज्यादा था। उम्मीद करते हैं कि ये सरकार पिछली सरकार से अच्छा काम करेगी।''
- वहीं, मुस्लिम धर्मगुरु कल्बे सादिक ने कहा, ''योगी आदित्यनाथ से मेरी कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। उनके सीएम बनाए जाने के फैसले का हम स्वागत करते हैं। मुसलमानों को इस सरकार से डरने की कोई जरूरत नहीं है। आशा करते हैं कि ये सरकार सभी को साथ लेकर चलेगी।''
- उधर, सहारनपुर के मुस्लिम धर्मगुरु मुफ्ती आरिफ कासिम ने कहा, ''योगी आदित्यनाथ के यूपी के सीएम बनाए जाने से कोई आपत्ति नहीं है। वे किसी धर्म विशेष के लोगों के नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के सीएम हैं। मोदी सरकार ने इलेक्शन में सबका साथ, सबका विकास का नारा दिया था। उम्मीद करते हैं कि योगी पीएम मोदी के नारे को अपने दिमाग में रखकर काम करेंगे।"
- लखनऊ के मुस्लिम धर्मगुरु कल्बे जव्वाद ने कहा, ''मैं योगी आदित्यनाथ को यूपी का सीएम बनाए जाने के बीजेपी के फैसले का स्वागत करता हूं। उम्मीद है कि जिस तरह पीएम मोदी के विचारों और उनके काम करने के तरीकों बदलाव आया है, वही बदलाव योगी आदित्यनाथ भी अपने आप में लाएंगे।''
- ''वह अब एक धर्म विशेष के नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के लोगों के लीडर हैं। सपा सरकार में करप्शन ज्यादा था। उम्मीद करते हैं कि ये सरकार पिछली सरकार से अच्छा काम करेगी।''
- वहीं, मुस्लिम धर्मगुरु कल्बे सादिक ने कहा, ''योगी आदित्यनाथ से मेरी कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। उनके सीएम बनाए जाने के फैसले का हम स्वागत करते हैं। मुसलमानों को इस सरकार से डरने की कोई जरूरत नहीं है। आशा करते हैं कि ये सरकार सभी को साथ लेकर चलेगी।''
- उधर, सहारनपुर के मुस्लिम धर्मगुरु मुफ्ती आरिफ कासिम ने कहा, ''योगी आदित्यनाथ के यूपी के सीएम बनाए जाने से कोई आपत्ति नहीं है। वे किसी धर्म विशेष के लोगों के नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के सीएम हैं। मोदी सरकार ने इलेक्शन में सबका साथ, सबका विकास का नारा दिया था। उम्मीद करते हैं कि योगी पीएम मोदी के नारे को अपने दिमाग में रखकर काम करेंगे।"
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