जेटली मानहानि केस में केजरीवाल समेत 6 AAP नेताओं पर आरोप तय, चलेगा ट्रायल

Arvind Kejriwal put on trial in a criminal defamation case filed against him by ArunJaitley in DDCA matter.

नई दिल्ली.अरुण जेटली के मानहानि केस में शनिवार को कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल समेत 6 आप लीडर्स के खिलाफ आरोप तय कर दिए। दिल्ली के सीएम समेत दूसरे आप लीडर्स को अब ट्रायल का सामना करना पड़ेगा। बता दें कि आप नेताओं ने DDCA (दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन) में कथित घोटाले का आरोप लगाया था। जिसमें जेटली के शामिल होने का दावा किया था। जेटली ने आप लीडर्स पर सिविल और क्रिमिनल मानहानि के दो केस दर्ज कराए हैं। जेटली 13 साल तक डीडीसीए के प्रेसिडेंट रहे और 2013 में उन्होंने पोस्ट छोड़ दी थी। कोर्ट में मौजूद नहीं थे जेटली...

- शनिवार को कोर्ट में सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों को वकीलों में जेटली की गैरहाजिरी को लेकर बहस हुई।
- केजरीवाल ने कहा कि उन्हें खतरा है, इसके बाद सुनवाई के दौरान सभी लोगों को कोर्ट रूम से बाहर कर दिया गया। सिर्फ वही लोग मौजूद थे, जिनका केस से ताल्लुक था।
- कोर्ट में केजरीवाल, आशुतोष, कुमार विश्वास, संजय सिंह, राधव चड्डा और दीपक वाजपेयी ने गुनाह कबूल नहीं किया। जिसके बाद चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सुमित दास ने इन सभी पर आरोप तय कर दिए। 
- इसी केस को लेकर 30 जनवरी को केजरीवाल ने कोर्ट में पिटीशन फाइल की, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। दिल्ली हाईकोर्ट में भी जेटली ने 10 करोड़ की मानहानि का केस किया है।
क्या है मामला?
- दिसंबर, 2015 में दिल्ली के सीएम ऑफिस में सीबीआई की रेड के बाद आप नेताओं ने जेटली के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। तब केजरीवाल ने दावा किया था उनके ऑफिस में DDCA के कथित घोटालों से जुड़ी फाइल आई थी। जिसे रेड के दौरान सरकार ने सीबीआई के जरिए गायब करा दिया।
- आप नेताओं ने आरोप लगाया था कि यह घोटाला जेटली के डीडीसीए प्रेसिडेंट रहते हुआ। जेटली के खिलाफ 5 दिन तक सोशल मीडिया में कैम्पेन चलाया गया। जेटली का कहना है कि इससे उनकी मानहानि हुई।
- इसके पहले वेटरन क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी और कीर्ति आजाद ने भी डीडीसीए में आर्थिक गड़बड़ियों के आरोप लगाए थे। जिसके चलते आजाद ने बाद में बीजेपी से इस्तीफा दे दिया।
हाईकोर्ट में जेठमलानी ने पूछे थे जेटली से 52 सवाल
- सिविल मानहानि केस की सुनवाई के लिए जेटली 7 मार्च को हाईकोर्ट में पेश हुए। यहां केजरीवाल के वकील राम जेठमलानी ने उनसे 52 सवाल पूछे। जिरह दो घंटे तक चली थी।

- जेठमलानी ने जेटली से पूछा, ''बताएं कैसे आपकी इमेज खराब हुई? जिसकी भरपाई नहीं हो सकती और इसे आंका भी नहीं जा सकता।''
- जेटली ने कहा, ''लगातार 5 दिनों तक मेरे ऊपर सवाल उठाए गए। मेरी इमेज को खराब करने की कोशिश की गई।''
- जेठमलानी ने कहा, ''केंद्रीय मंत्री को किसी तरह का आर्थिक नुकसान नहीं हुआ, इसीलिए वह कह रहे हैं कि इसे मापा नहीं जा सकता।''
इलेक्शन पार्टी की पॉलिसीज पर लड़े जाते हैं: जेटली
- लोकसभा इलेक्शन में जेटली की हार का जिक्र करते हुए जेठमलानी ने कहा, "जो शख्स इलेक्शन हार चुका हो, उसे रेपुटेशन की बात नहीं करनी चाहिए।"
- इस पर जेटली ने कहा, "2014 में केजरीवाल भी चुनाव हारे थे, इलेक्शन पार्टी की पॉलिसीज पर लड़े जाते हैं, पर्सनल रेपुटेशन के लिए नहीं।"
- जेटली ने कहा, ''मेरे ओहदे, बैकग्राउंड और इमेज को देखें तो सम्मान को बहुत नुकसान पहुंचा है। इसे आंका नहीं जा सकता। किसी बदनाम शख्स को दिमागी तनाव होता है। यही मेरे साथ भी हुआ।''
- जेठमलानी ने पूछा, ''मुकदमा दायर करने में आपको एक हफ्ते का वक्त क्यों लगा?'' इस पर जेटली ने कहा कि वो कई दिनों तक केजरीवाल के आरोपों को खारिज करते रहे।"
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Authored By Unknown

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